आजकल आपने हार्ट अटैक के बारे में कई बार सुना होगा, लेकिन एक ऐसा हार्ट अटैक है, जिसे साइलेंट हार्ट अटैक कहा जाता है। यह बिना किसी चेतावनी के व्यक्ति के शरीर को प्रभावित करता है और अक्सर व्यक्ति भी इसे समझ नहीं पाता। यह प्रकार का हार्ट अटैक आजकल युवाओं में ज्यादा देखा जा रहा है, जिसमें अचानक से हार्ट रुक सकता है। इसे साइलेंट मायोकार्डियल इंफार्क्शन भी कहा जाता है। यह सामान्य हार्ट अटैक से थोड़ा अलग है, और इसके लक्षण, कारण और उपायों के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है।
साइलेंट हार्ट अटैक होने के कारण
साइलेंट हार्ट अटैक के होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि:
- हाई ब्लडप्रेशर
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- डायबिटीज
- मोटापा
- धूम्रपान
- अत्यधिक तनाव
इन कारणों से कभी-कभी बिना किसी चेतावनी के हार्ट अटैक हो सकता है, जिसे व्यक्ति पहचान नहीं पाता।
साइलेंट हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण
साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- अचानक थकान महसूस होना
- सांस लेने में तकलीफ
- सीने में हल्का दर्द या दबाव
- जबड़े, गर्दन, या बांह में दर्द
- पसीना आना
- चक्कर आना या बेहोशी
क्यों साइलेंट हार्ट अटैक ज्यादा खतरनाक है?
साइलेंट हार्ट अटैक इसलिए ज्यादा खतरनाक होता है क्योंकि इसके लक्षण सामान्य हार्ट अटैक जैसे नहीं होते, जिससे व्यक्ति को इसकी गंभीरता का पता नहीं चलता। यह हल्के दर्द के साथ चुपके से आता है और व्यक्ति की जान भी ले सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रेन में दर्द महसूस करने वाली नस में समस्या होने के कारण व्यक्ति को दर्द का एहसास नहीं होता, जिससे इसे पहचान पाना मुश्किल हो जाता है।
साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा
साइलेंट हार्ट अटैक बेहद खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह बिना किसी चेतावनी के होता है और व्यक्ति को इसका एहसास नहीं होता। इससे हृदय को गंभीर नुकसान हो सकता है और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
साइलेंट हार्ट अटैक से बचाव के उपाय
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
- नियमित रूप से व्यायाम करें
- स्वस्थ भोजन खाएं
- तनाव कम करें
- धूम्रपान छोड़ें
- शराब का सेवन सीमित करें
- नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएं
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। इसे सुझाव के रूप में लें और किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।